[Lyrics for "Dino James - Dooriyan (ft. Kaprila)" in Hindi]
[Chorus: Kaprila]
धीरे-धीरे से काट रही हैं
मुझे बाँट रही हैं तुझसे ये दूरियाँ
ये बता दे, क्या प्यार नहीं था?
खुद्दार कहीं का, तुझे दिल क्यूँ दिया?
[Verse 1: Dino James]
आगे का रास्ता ख़राब था, ये लगा था बड़ा board
मैंने बस ये सोचा, "होगा छोटा-मोटा मोड़"
हुआ जब ये हादसा और आया मुझे होश
तब जा के जाना बस यहीं तक थी road
माना, मेरी ग़लती थी, मेरी थी सारी चूक
पर तेरी भी जब होती थी, मुझे देती थी looks
मैंने चाहा जब जाना, मुझे कहा नहीं क्यूँ "रुक"?
कुछ कहना था, पर तूने कर दिया शुश
तू है बनी वजह मेरी सिसकियों की
और मैं हूँ बेटा कारण तेरे हिचकियों की
तूने भी तो पल वो सारे miss किए होंगे
पता नहीं था के खेल ये इतने risky होंगे
तुझे याद भी नहीं आती मेरी, that's a little rude
तू साथ नहीं है मेरे, मुझे अब भी लगे झूठ
क्यूँ छटती नहीं है साली काली सी घटा?
ना जाने कब निकलेगी धूप
[Chorus: Kaprila]
धीरे-धीरे से काट रही हैं
मुझे बाँट रही हैं तुझसे ये दूरियाँ
ये बता दे, क्या प्यार नहीं था?
खुद्दार कहीं का, तुझे दिल क्यूँ दिया?
[Verse 2: Dino James]
It's funny कैसे change हो रहे हैं आपस में सारे रिश्ते
पहले hug और kiss थे, but now it's all twisted
हमेशा दिया respect, ना कभी किया misbehave
फ़िर भी तुझसे कह रहा हूँ, "Forgive me all my mistakes"
देख ना तू कैसे हो गया है तेरा deep
बस fake झूठ बोलूँ तूने किया मुझे cheat
बाक़ी एक बात तो है कि खो के हो गया हूँ deep
अब wait करूँ तुझ तक पहुँचे मेरे गीत
मेरे face पे लिखा है emotionally हूँ weak
मेरा make है कि खो देता हूँ जो होता अज़ीज़
साले waste हो गए हैं सारे dates अब
जैसे मेरे chest पे किसिने आके रख दी हो ईंट
दूर से ही एक-दूजे को हम करते हैं "Hi"
पर अब भी तुझपे मरता हूँ, I don't know baby why?
अजीब सा लगे when I see you with some guy
कोई आ के दे-दे मुझे कोई उपाय
[Chorus: Kaprila]
धीरे-धीरे से काट रही हैं
मुझे बाँट रही है तुझसे ये दूरियाँ
ये बता दे, क्या प्यार नहीं था?
खुद्दार कहीं का, तुझे दिल क्यूँ दिया?
[Bridge: Dino James]
जितना मैं तुझको भूलना चाहूँ
उतना रहे मेरे पास
जाने मैं कब से जूझ रहा हूँ
समझे ना इतनी सी बात
[Chorus: Kaprila]
धीरे-धीरे से काट रही हैं
मुझे बाँट रही है तुझसे ये दूरियाँ
ये बता दे, क्या प्यार नहीं था?
खुद्दार कहीं का, तुझे दिल क्यूँ दिया?